Sunday, February 6, 2011

सरकारी एफ एम चेनल कि भाषा 

सरकारी एफ एम चेनल की भाषा बहुत ही सभ्य तथा सलीके वाली होती है | सरकारी एफ एम का श्रोता वर्ग बहुत ही बड़ा  है | सरकारी  एफ एम चेनलो में जो भी कार्यक्रम प्रस्तुत होते है ,वह शहरी तथा गांव  दोनों के लिए होते है | सरकारी एफ एम चेनल का जन्म ही मानव को  शिक्षा , सूचना  एवं मनोरंजन के सन्दर्भ में हुआ है  |
श्रोताओं को जागरूक करने में भाषा का समझ में आना सबसे महत्वपूर्ण  है | सरकारी F M पर हिंदी, अंग्रेजी , पंजाबी और DTH 
के जरिये प्रादेशिक भाषाओँ में कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाते है | इनकी भाषा सभ्य तथा कसावट भरी होती है |भाषा का प्रयोग  आचार संहिता के अनुरूप ही  किया जाता है | भाषा इस प्रकार की होती है जो श्रोताओं का आसानी से समझ में आ जाये और उतनी आसानी से उनके मन मस्तिष्क में कल्पना के द्वारा बिम्बों का निर्माण कर सके |ऐसा नहीं है कि हिंग्रेजी भाषा का प्रयोग नहीं किया जाता , पर वो कार्यक्रम अधिकतर मनोरंजन प्रधान व युवा श्रोताओं के लिए होते हैं | यह श्रोताओं के करीब जाकर उनके लेबल पर बात करता है | चाहे श्रोता गांव का हो या शहर का |


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