सरकारी एफ एम चेनल कि भाषा
सरकारी एफ एम चेनल की भाषा बहुत ही सभ्य तथा सलीके वाली होती है | सरकारी एफ एम का श्रोता वर्ग बहुत ही बड़ा है | सरकारी एफ एम चेनलो में जो भी कार्यक्रम प्रस्तुत होते है ,वह शहरी तथा गांव दोनों के लिए होते है | सरकारी एफ एम चेनल का जन्म ही मानव को शिक्षा , सूचना एवं मनोरंजन के सन्दर्भ में हुआ है |
श्रोताओं को जागरूक करने में भाषा का समझ में आना सबसे महत्वपूर्ण है | सरकारी F M पर हिंदी, अंग्रेजी , पंजाबी और DTH
के जरिये प्रादेशिक भाषाओँ में कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाते है | इनकी भाषा सभ्य तथा कसावट भरी होती है |भाषा का प्रयोग आचार संहिता के अनुरूप ही किया जाता है | भाषा इस प्रकार की होती है जो श्रोताओं का आसानी से समझ में आ जाये और उतनी आसानी से उनके मन मस्तिष्क में कल्पना के द्वारा बिम्बों का निर्माण कर सके |ऐसा नहीं है कि हिंग्रेजी भाषा का प्रयोग नहीं किया जाता , पर वो कार्यक्रम अधिकतर मनोरंजन प्रधान व युवा श्रोताओं के लिए होते हैं | यह श्रोताओं के करीब जाकर उनके लेबल पर बात करता है | चाहे श्रोता गांव का हो या शहर का |
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